Bhumi Amla : A Natural Remedy (भूमि आंवला एक प्राकृतिक औषधि)

यह  प्राकृतिक वनस्पति आकार में बहुत छोटी परन्तु गुणों में भरपूर है ।इस छोटे से पौधे की पत्तियां और फल आंवले  के समान होते हैं इसी वजह से इसको भूमि आंवला कहा जाता है ।यह पौधा  बहुत ही लाभकारी और अनेक रोगों से लड़ने में सक्षम होता है ।यह पौधा वर्षा के मौसम में अत्यधिक मात्रा में उत्पन्न होता है ।इस पौधे के फलों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है इसलिए इसको आयुर्वेद में बहुफला के नाम से भी जाना जाता है ।गर्मी का मौसम शुरू होते ही यह पौधा सूखने लगता है ।यह पौधा वात दोष को संतुलित रखने वाला ,कसैला ,मीठा ,ठंडा ,प्यास को बढ़ाने वाला ,दमा -खांसी के लिए उपयोगी ,पित्त दोष का निवारण करने वाला ,रक्तचाप को संतुलित रखने वाला ,कफ दोष को कम करने वाला और त्वचा रोग आदि इन सभी बीमारियों में असरदार साबित होता है ।

Ancient Referenece

व्याख्या – इस श्लोक में कहा गया है कि भूमि आंवला कड़वा ,कषाय,एवं मधुर रस से युक्त होता है ,वात को शांत करने वाला , शीतवीर्य वाला और तृषा को शान्त करने वाला होता है ,खांसी ,पित्तदोष,रक्तविकार ,कफदोष,खुजली और शरीर को होने वाली हानि को दूर करने वाला होता है।

संदर्भ – भावप्रकाशनिघण्टु ( गुडुच्यादिवर्ग ),श्लोक -२७८ ।

भूमि आंवला

आइये जानते हैं इस पौधे के गुणों के बारे में

1. लीवर के लिए लाभदायक

धूम्रपान या शराब आदि पीने से यदि कोई समस्या लीवर (यकृत) में आ जाती है तो उसके लिए भूमि आंवला का पौधा बहुत उपयोगी होता है ।आयुर्वेद के अनुसार लीवर से संबंधित किसी भी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए भूमि आंवला को सबसे उपयोगी जड़ी बूटी माना गया है।अगर आपके लीवर में सूजन हो गयी है या फिर उसका आकार बढ़ गया है तो उसके लिए भूमि आंवले की छाल का काढ़ा सुबह खाली पेट सेवन करना बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है । ।यह प्रयोग आपके लीवर को दुरुस्त रखने के साथ-साथ उसको  अनेक बीमारियों से भी सुरक्षित रखता है ।

2. श्वास नली को रखे स्वस्थ

अगर आपकी श्वास नली में किसी भी प्रकार की कोई समस्या है या फिर साँस लेने में कोई परेशानी आती है तो आपको भूमि आंवला का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है ।इसके उपयोग के लिए आपको भूमि आंवला की जड़ में पानी मिलाकर रस तैयार कर लेना चाहिए और इसके अंदर आधा चम्मच मधु का मिश्रण करके सुबह सुबह खाली पेट सेवन करना या फिर रात को नाक में डाल कर सोने से आपकी श्वास नली के लिए फायदेमंद होता है ।

3. घाव को जल्दी भरने में सहायक

आयुर्वेद के अनुसार बड़े से बड़े घाव को भरने में लाभकारी होता है भूमि आंवला का पौधा ।यह अपने औषधीय गुणों के कारण आपकी त्वचा को संक्रमण से सुरक्षित रखता है और आपके घाव को जल्दी भरने में सहायक होता है ।अगर आपकी त्वचा पर किसी भी प्रकार का कोई घाव हो गया है तो आपको भूमि आंवला से प्राप्त पाँचो प्रयोज्य अंगो जैसे कि जड़ ,छाल,पत्ते ,बीज और फलों में से किसी एक को चावल के पानी के साथ  अच्छी तरह से पीसकर इस मिश्रण को त्वचा के किसी भी घाव पर लगाने से जल्दी आराम मिलता है और आपकी सूजन भी खत्म हो जाती है ।इसके अलावा अगर आप भूमि आंवला की जड़ का काढ़ा सुबह-सुबह खाली पेट सेवन करते हैं तो यह प्रयोग आपकी पाचन शक्ति को दुरुस्त रखने के साथ-साथ आपकी त्वचा को भी बीमारियों से मुक्त रखता है ।

4. आँखों के लिए लाभकारी

अगर आप आखों की रोशनी को तेज करना चाहतें है तो आप भूमि आंवला का सही तरीके से उपयोग करके  आँखों की रोशनी बढ़ा सकतें हैं । यह आँखों के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण साबित होता है ।इसके उपयोग के लिए आपको भूमि आंवला के फलों को सेंधा नमक और सादे पानी को तांबे के बर्तन में अच्छी तरह से पीसकर मिश्रण तैयार कर लेना चाहिए और इस मिश्रण को आँखों के ऊपर लगा लेना चाहिए ।यह प्रयोग आपकी आँखों की रौशनी को बढ़ाने के साथ-साथ आँखों को बीमारियों से भी सुरक्षित रखता है ।

5. त्वचा रोगों में फायदेमंद

आज कल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और हानिकारक वातावरण की वजह से आपके शरीर की त्वचा का खराब होना या फिर त्वचा पर खुजली हो जाना जैसी परेशानियों का आना सामान्य सी बात है परन्तु इन परेशानियों पर ध्यान न देना आपकी त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकता है ।अगर आप भूमि आंवला की जड़ को अच्छी तरह पीसकर उसके रस में सेंधा नमक मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाते हैं तो आपकी खुजली बहुत जल्दी खत्म हो जाती है और आपका शरीर त्वचा रोगों से सुरक्षित रहता है ।

6. महिलाओं के लिए लाभदायक

महिलाओं से संबंधित हर बीमारी में भूमि आंवला का पौधा लाभदायक साबित होता है ।इसके बीजों का रोजाना सेवन महिलाओं की मासिक चक्र से संबंधित हर समस्या को दूर करने में लाभकारी होता है ।यह औषधी महिलाओं की प्रजनन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और गर्भाशय को मजबूत रखने में काफी उपयोगी होता है ।इसके उपयोग के लिए आपको भूमि आंवला के ६ से ७ बीजों को पीसकर उसका चूर्ण तैयार कर लें और इस चूर्ण को नियमित रूप से चावलों के पानी के साथ सेवन करने से आपके मासिक चक्र में कोई परेशानी नहीं आती और महिलाओं के मासिक चक्र के दौरान होने वाले अत्यधिक रक्त प्रवाह    की समस्या भी कम हो जाता है ।

7. स्तनों के लिए लाभकारी

महिलाओं में अक्सर स्तनों में सूजन की समस्या रहती है ।आयुर्वेद के अनुसार स्तनों से संबंधित बीमारियों के लिए भूमि आंवला बहुत असरदार साबित होता है ।अगर महिलाओं को स्तनों में सूजन रहती है तो उनको भूमि आंवला के मिश्रण को स्तनों पर लगाने से उनकी यह परेशानी बहुत जल्दी खत्म हो जाती है ।

8. पीलिया को करे जड़ से खत्म

आपके शरीर के अंदर हानिकारक बैक्टीरिया के फैल जाने से शरीर अनेक बीमारियों  से ग्रसित हो जाता है उन्ही बीमारियों में से एक बीमारी  जॉन्डिस की होती है जिसको आयुर्वेद के अनुसार पीलिया के नाम से जाना जाता है।यह बीमारी सारे शरीर को प्रभावित करती है जिसकी वजह से आपकी त्वचा से लेकर ,आँख , चेहरा  ,नाखून और पेशाब का रंग पीला होने लग जाता है।इस बीमारी को दूर  करने के लिए भूमि आंवला लाभकारी साबित होता है ।अगर आप भूमि आंवला की जड़ को पीसकर उससे १ चम्मच रस निकाल  लें और उस रस को देसी गाय के १ गिलास दूध के साथ सुबह-सुबह खाली पेट सेवन करते हैं तो यह प्रयोग पीलिया को जड़ से खत्म करने में सहायक होता है ।

ऐसी अनेक बीमारियां हैं जैसे मुँह के छालों के लिए ,दमा रोग में ,पाचन तंत्र के लिए ,आंतों के लिए ,मूत्राशय रोगों में , मधुमेह  में,कुष्ठ रोगों के लिए और टीबी आदि बीमारियों  में भूमि आंवला का सेवन आयुर्वेद में लाभकारी बताया गया है|

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Dr. Vikram Chauhan

Dr. Vikram Chauhan (MD - Ayurveda) is the CEO and Founder of Planet Ayurveda Pvt. Ltd. He is Author of the Book "Ayurveda – God’s Manual For Healing". He is an Ayurveda Expert Serving People worldwide through all the Possible Mediums, Operating from Main Branch in Mohali, India. With his Vast Experience in Herbs and their Applied Uses, he is successfully treating Numerous Patients suffering from Various Ailments with the help of Purest Herbal Supplements, Diet, and Lifestyle, according to the Principles of Ayurveda. For More Details, visit www.PlanetAyurveda.com.

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